अहमदाबाद. अमेरिकी राष्ट्रपति डाेनाल्ड ट्रम्प के शो ‘नमस्ते ट्रम्प’ को लेकर अब नई कहानी सुनाई जा रही है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा था कि यह केंद्र या राज्य सरकार का नहीं बल्कि निजी कार्यक्रम है, जो ट्रम्प नागरिक अभिनंदन समिति कर रही है। इसके बाद भास्कर की पड़ताल में पता चला कि इस आयोजन में आ रहे 100 करोड़ खर्च को सरकार के खाते में दिखाने से बचने के लिए समिति बनाई गई है। गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के धनराज नाथवानी ने कहा कि यह मोटेरा स्टेडियम के उद्घाटन का शो भी नहीं है। अगर ऐसा होता तो खर्च एसाेसिएशन के खाते में आता।
पोस्टर-होर्डिंग्स में किसी कमेटी का नाम नहीं
चौंकाने वाली बात है कि शो के करीब 10 हजार पोस्टर, होर्डिंग्स में किसी कमेटी का नाम नहीं है। अहमदाबाद की मेयर ने शुक्रवार को ट्वीट किया, मैं अभिनंदन समिति की प्रमुख हूं। बाद में उन्होंने मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया। कमेटी के कुछ सदस्य बाेले कि उन्हें कुछ पता ही नहीं है। उल्टा वे अपनी भूमिका पूछ रहे थे। इससे पहले पुलिस कमिश्नर कह चुके हैं कि नमस्ते ट्रम्प के आयोजक नगर निगम और कलेक्टर हैं। उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा है कि स्वागत में सरकार की सीधी भूमिका नहीं है।
स्टेडियम का उद्घाटन क्यों नहीं हो सकता
स्टेडियम का उद्घाटन करना हाे तो आयोजक के रूप में गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन का नाम होगा। अभी तक गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के प्रमुख का चुनाव नहीं हुआ है। एेसे में ट्रम्प के अभिनंदन पर होने वाला खर्च भी जीसीए के खाते में आ जाता।
तीन पाॅइंट में समझिए इस कार्यक्रम के पीछे की कहानी...
1 सांसदों को सुबह ही पता चला कि वे भी समिति में हैं
अहमदाबाद पश्चिम के सांसद डॉ. किरीट सोलंकी समिति के सदस्य हैं। उन्होंने भास्कर से कहा कि शनिवार की सुबह ही पता चला, फोन आया था। खर्च समिति को उठाना है, इसके लिए फंड कहां से और कैसे आएगा, इस सवाल पर उन्होंने कहा, ऐसा किसने कहा? एक अन्य सदस्य हसमुख पटेल ने कहा कि समिति के काम के बारे में शनिवार को 12 बजे मीटिंग में तय होगा। फंड के बारे मेंं भी मीटिंग में चर्चा होगी।
2 कार्यक्रम पर 85 से 100 करोड़ खर्च का अनुमान
‘नमस्ते ट्रम्प’ में 85 से 100 करोड़ रुपए तक खर्च हाेने का अनुमान है। अगर यह खर्च केंद्र या गुजरात सरकार को नहीं करना हो तो कौन कर सकता है, यह बड़ा प्रश्न है। अब इस कार्यक्रम के लिए तत्काल तैयार की गई समिति ही यह खर्च उठाएगी। समिति अनेक लोगों से चंदे के रूप में पैसा ले सकती है। बड़े कॉर्पोरेट्स, सरकारी कंपनियां और सहकारी संगठन भी सीएसआर के तहत इसमें चंदा दे सकते हैं।
3 ट्रम्प नागरिक अभिनंदन समिति क्याें बनाई
ट्रम्प की यात्रा न तो भारत सरकार और न ही अमेरिकी सरकार का कार्यक्रम है। एेसे में, गुजरात या केंद्र सरकार इसकी मेजबान नहीं हो सकती। न ही सरकारी फंड इस्तेमाल हो सकता है। इसलिए एक समिति गठित की गई है, जो मोटेरा में हो रहे कार्यक्रम की जिम्मेदारी ले सके। चूंकि यह निजी समिति होगी इसलिए इसका सरकारी ऑडिट नहीं होगा। कार्यक्रम के बाद समिति का अस्तित्व खत्म कर दिया जाएगा।
ट्रम्प के साथ 12 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आएगा भारत
अमेरिका ने शनिवार को आधिकारिक तौर पर पुष्टि की है कि 24 फरवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और प्रथम महिला मेलानिया की दो दिवसीय भारत यात्रा के दौरान उनके साथ 12 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भी आएगा। एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने कहा कि भारत में अमेरिकी राजदूत केन जस्टर, कॉमर्स सेक्रेटरी विल्बर रॉस, एनर्जी सेक्रेटरी डैन ब्रोइलेट, कार्यवाहक चीफ ऑफ स्टाफ मिक मुलवेनी, और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ’ब्रायन राष्ट्रपति के साथ होंगे। इसके अलावा, राष्ट्रपति की बेटी इवांका ट्रंप और उनके पति जारेड कुशनर, व्हाइट हाउस के दोनों वरिष्ठ सलाहकार हैं, भी यात्रा में उनके साथ होंगे।
कई लोग शामिल हैं प्रतिनिधि मंडल में
नीति मामलों के वरिष्ठ सलाहकार स्टीफन मिलर, व्हाइट हाउस के सोशल मीडिया निदेशक डैन स्कैविनो, प्रथम महिला मेलानिया की स्टाफ की प्रमुख लिंडसे रेनॉल्ड्स, अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार नीति के विशेष प्रतिनिधि रॉबर्ट ब्लेयर और व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव स्टेफनी ग्रिशम भी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच द्विपक्षीय बैठक के लिए, शरीक होने वाले अन्य राजनयिकों में अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विकास वित्त निगम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एडम बोहलर, एफसीसी के अध्यक्ष अजीत पई, दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के लिए राष्ट्रपति की उप सहायक लिसा कर्टिस, राष्ट्रपति के विशेष सहायक और आतंकवाद रोधी मामले के वरिष्ठ निदेशक काश पटेल, और भारत के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद निदेशक माइक पेसी शामिल हैं। ट्रंप सोमवार को गुजरात राज्य के अहमदाबाद में पहुंचेंगे।
ताजमहल के दीदार करेंगे
राष्ट्रपति और प्रथम महिला फिर आगरा जाकर ताजमहल का दीदार करेंगे। बाद में, वे नई दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगे। मंगलवार के कार्यक्रम में औपचारिक समारोह, प्रधानमंत्री के साथ द्विपक्षीय बैठकें, भारतीय निवेशकों के साथ एक व्यापार कार्यक्रम शामिल है, उन कंपनियों पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जाएगा जो अमेरिका में विनिर्माण क्षेत्र में निवेश कर रहे हैं।